सौरभ गौड़ मूलतः बृजवासी हैं जिनका जन्म भगवान श्री कृष्ण की पावन क्रीड़ा स्थली श्रीधाम वृंदावन में हुआ। सेवा कार्यों में रुचि होने के कारण मात्र 14 वर्ष की आयु में एक संगठन *श्री हित मंडल* के अध्यक्ष बने जिसमें अनेक प्रकार के सामाजिक एवं धार्मिक क्रियाकलाप चलते थे,उस समय के तत्कालीन विभूति वरिष्ठ स्वतंत्रता सेनानी श्री राजा महेंद्र प्रताप सिंह से लेकर अन्यान अनेकों राजनैतिक एवं धार्मिक हस्तियां इनके कार्यक्रमों में भाग लेती रही थीं।आपने प्राचीन भारतीय इतिहास एवं संस्कृति में स्नातकोत्तर की शिक्षा पूर्ण करने के बाद व्यापार प्रारंभ किया जिसे अब इनके दो पुत्र आगे बढ़ा रहे हैं। सामाजिक एवं धार्मिक कार्यों में रुचि रखने के कारण अनेक संस्थाओं से जुड़े रहे। 11 अप्रैल 2003 को श्रीराम नवमी के दिन धर्म रक्षा संघ की स्थापना साधु संत एवं धर्माचार्यों के सानिध्य में की जिसके आप संस्थापक अध्यक्ष बने और आज तक अपना मार्गदर्शन राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में प्रदान कर रहे हैं। सन 2007 से 2017 तक विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष रहे।धर्म रक्षा संघ के माध्यम से आप अनेकों धार्मिक एवं सामाजिक कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं।आप सनातन धर्म,संस्कृति की रक्षा एवं संवर्धन के अनेक प्रकल्पों पर काम कर रहे हैं जिनमें प्रमुख रूप से गौ सेवा,संत सेवा,गरीब विद्यार्थियों को निशुल्क शिक्षा आदि प्रमुख हैं। जब भी धर्म एवं संस्कृति की रक्षा के लिए आवश्यकता होती है तो आप के नेतृत्व में धर्म रक्षा संघ की टीम पूर्ण निष्ठा एवं जिम्मेदारी के साथ अपने कार्य को अंजाम देती है। ठाकुर श्री बांके बिहारी मंदिर का सरकारी करण रोकने के लिए आपने एक बड़ा आंदोलन चलाया जिसमें पूर्ण सफलता भी प्राप्त की। आपके नेतृत्व में ब्रज के अनेक तीर्थ स्थानों की रज,पवित्र कुंडों एवं जमुना के जल से निर्मित रजत शिला का उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री आदित्यनाथ योगी जी महाराज के अलावा सभी प्रमुख संतों महापुरुषों से पूजन करवाकर उसे श्रीराम जन्मभूमि की नींव में स्थापित किया गया जिसे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूजित नौ शिलाओं में स्थापित किया गया था।आपने 23 दिसंबर 2020 को श्री कृष्ण जन्म भूमि की मुक्ति हेतु एक मुकदमा मथुरा कोर्ट में दायर किया जोकि कोर्ट द्वारा स्वीकार करने वाला प्रथम बाद था। आज भी श्री जन्म भूमि मुक्ति आंदोलन में धर्म रक्षा संघ का अतुलनीय योगदान है।
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