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*धर्म क्या है* धर्म का अर्थ किसी पंथ या संप्रदाय विशेष के लिए नहीं बल्कि सत्य न्याय और जीव मात्र के कल्याण हेतु है। हमारे वेदों के अनुसार चार पुरुषार्थ होते हैं धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष। इन चारों में धर्म सर्वाधिक महत्वपूर्ण है धर्म की सबसे सरल परिभाषा है कि "धार्यते इति धर्म:" इसका मतलब जो धारण करने योग्य हो वही धर्म कहलाता है । सवाल यह है कि धारण करने योग्य क्या है इस लोक और परलोक के सुखों को प्राप्त करने के लिए पवित्र गुण व कर्मों को धारण करना अथवा पालन करना ही समस्त मानव जाति के लिए धर्म है । धर्म मनुष्य के जीवन को सार्थक और पवित्र बनाने वाली एक शुद्ध मर्यादा पद्धति है, जो जीव मात्र के कल्याण की भावना से ओतप्रोत है, शास्त्रों के अनुसार "यतो अभ्युदय नि:श्रेयस सिद्धि:स धर्म:" धर्म व अनुशासित एवं आदर्श जीवन शैली है जिसमें लौकिक उन्नति तथा आध्यात्मिक परम गति दोनों की प्राप्ति होती है । मनु ने धर्म के 10 लक्षण बताए हैं *धृतिः क्षमा दमोऽस्तेयं शौचमिन्द्रियनिग्रहः । धीविद्या सत्यमक्रोधो दशकं धर्मलक्षणम् ॥* महर्षि मनु ने कहा है कि धृति, क्षमा, दम, अस्तेय, शोच, इंद्रियनिग्रह, धी, विद्या, सत्य और अक्रोध-धर्म के ये दश लक्षण हैं। धर्म एक रहस्य है, संवेदना है, संवाद है और आत्म तत्व की खोज है कोई शक्ति, कोई रहस्य है जिसे जानना आवश्यक है यही धर्म है। अनंत और अज्ञात में छलांग लगाना और जन्म मृत्यु और जीवन को जानना धर्म है। संसार में एक मात्र सार्वभौमिक धर्म सत्य सनातन धर्म है बाकी सब पंथ और संप्रदाय हैं अज्ञानता बस धर्म को अंग्रेजी में रिलिजन और उर्दू में मजहब कहते हैं जबकि यह सत्य नहीं है मजहब का अर्थ संप्रदाय या पंथ है ऐसे ही रिलिजन का अर्थ विश्वास आस्था या मत ही हो सकता है धर्म नहीं । सनातन धर्म दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म होने के साथ ही सभी 16 संस्कार मत संप्रदाय और पंथ का प्रेरणा स्रोत है ।केवल पूजा पाठ व्रत तोहार हवन यज्ञ तीर्थ यात्रा दान सेवा कार्य आदि को पूर्णता धर्म नहीं माना जा सकता है। जब तक आप सत्य के मार्ग पर नहीं हो, सत्य के मार्ग पर चलने से अहिंसा अस्तेय ब्रह्मचर्य आदि स्वत आत्मसात हो जाते हैं और मनुष्य स्वयं के साथ जीव मात्र के कल्याण की भावना से जीवन जीता है अतः सत्य ही धर्म है धर्म ही सत्य है जो संप्रदाय मजहब रिलिजन और पथ सत्य को छोड़कर किसी अन्य रास्ते पर चल रहे हैं वह सभी धर्म की मार्ग पर हैं हमारे सनातन धर्म में कहां जाता है सत्यम शिवम सुंदरम ।

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