अखण्ड भारत - हिन्दू राष्ट्र

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किसी समय बांग्लादेश, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान तक सनातनी राजाओं के भारत का साम्राज्य फैला हुआ था। आपसी फूट और मुगलों षड्यंत्रों के कारण सनातन धर्म कमजोर हुआ और भारत सिकुड़ता गया। धर्म रक्षा संघ द्वारा सनातन धर्म को मजबूत करने वाले अनेकों कार्य किये जा रहे हैं जिससे अखण्ड भारत का सपना साकार हो और भारत हिन्दू राष्ट्र घोषित हो।सन 1947 में विभाजन भारत का पिछले 2500 वर्षों में 24 वां विभाजन है भारत प्राचीन काल से ही विश्व गुरु रहा है और संपूर्ण ब्रह्मांड को दिशा निर्देश देता आया है विश्व का समाज जो नैतिक पतन की ओर अग्रसर है उसको विनाश से बचाने के लिए अखंड भारत का निर्माण अति आवश्यक है आज सनातन हिंदू धर्म ही संपूर्ण विश्व का कल्याण करने में सक्षम है अन्य मान्यतायें सृष्टि को विनाश की ओर ले जा रही हैं। *सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामया सर्वे भद्राणि पश्यंतु मां कश्चित् दुख भागभवेत*। संपूर्ण सृष्टि के मंगल और कल्याण की भावना केवल सनातन हिंदू धर्म में ही है आज अखंड भारत हिंदू राष्ट्र मानवता के कल्याण के लिए अति आवश्यक है प्राचीन काल में संपूर्ण धरती में सिर्फ एशिया को ही रहने योग्य सबसे उत्तम जगह माना जाता था।हिंदू पुराणों में इसी एशिया के क्षेत्र को जम्बू द्वीप कहा गया था इसमें वर्तमान यूरोप के भी कुछ हिस्से शामिल थे उस समय संपूर्ण जम्मू द्वीप में सनातनी आर्यों का ही शासन था मिश्र सऊदी अरब ईरान इराक इसराइल कजाकिस्तान रूस मंगोलिया चीन वर्मा इंडोनेशिया मलेशिया जावा सुमात्रा हिंदुस्तान बांग्लादेश नेपाल भूटान पाकिस्तान और अफगानिस्तान का संपूर्ण क्षेत्र सनातन हिंदू धर्म को मानने वाला जम्बू द्वीप था।पहले सनातनी हिंदू संपूर्ण जम्बू द्वीप पर शासन करते थे, कालांतर में उनका शासन घटकर भारत वर्ष तक सीमित हो गया फिर कुरुओं और पुरुओं की लड़ाई के बाद आर्यावर्त नामक एक नए क्षेत्र का जन्म हुआ जिसमें आज का हिंदुस्तान पाकिस्तान बांग्लादेश नेपाल भूटान म्यांमार ईरान आदि शामिल थे।आर्यावर्त भारत का एक हिस्सा मात्र था और भारतवर्ष जम्मू द्वीप का एक हिस्सा भर है।हम जब भी कोई मंगल कार्य का संकल्प लेते हैं तो भी जम्मू द्वीपे भारतखंडे आर्यावर्त देशांतर गते..... का वाचन संकल्प मंत्र में करते हैं भारतवर्ष में ईरान अफगानिस्तान पाकिस्तान, हिंदुस्तान,नेपाल,तिब्बत,भूटान, श्रीलंका,मालदीव,थाईलैंड,मलेशिया इंडोनेशिया,कंबोडिया,वियतनाम, लाओस तक सभी क्षेत्र आते हैं अगर हम पुरानी बातों को भी छोड़ दें तब भी वर्तमान में पाकिस्तान के अनेक प्रांत सिंध बलूचिस्तान पाक अधिकृत कश्मीर आदि शीघ्र ही भारत में विलय होंगे और एक दिन अखंड भारत और हिंदू राष्ट्र की स्थापना का सपना साकार होगा।

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